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Showing posts from April, 2024

ब्लॉग बनाने का लक्ष्य

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  नमस्कार मित्रों!🙏 ब्रह्मा कुमारीज़ के जाल से मुक्ति: एक पूर्व सदस्य की कहानी यह ब्लॉग उन सभी के लिए है जो ब्रह्मा कुमारीज़ या ऐसे किसी भी समूह के प्रभाव से बाहर आने का प्रयास कर रहे हैं, जिन्हें एक कल्ट माना जा सकता है। मैं, डॉ. विनय चौधरी, आपके साथ अपना अनुभव और जानकारी साझा करूँगा, ताकि इस मुक्ति के मार्ग को आप थोड़ा सरलता से पार कर सकें। एक कल्ट के साथ मेरा जुड़ाव और मोहभंग मैं करीब एक दशक पहले ब्रह्मा कुमारीज़ संस्था से जुड़ा। प्रारंभ में, इसके सकारात्मक संदेश व आध्यात्मिक गहराई ने मुझे लुभाया। किंतु, धीरे-धीरे यह स्पष्ट होने लगा कि यह संस्था एक कल्ट के लक्षण प्रदर्शित करती है।  जब मैंने संस्था के वास्तविक इतिहास को गहराई से खंगाला, उनकी तथाकथित मान्यताओं को विज्ञान की कसौटी पर परखा, तो सच्चाई उजागर होने लगी। इन सबके चलते मैंने 10 वर्षों के बाद इस संस्था से अपने रास्ते अलग करने का निर्णय लिया। यह यात्रा कतई आसान नहीं रही। कल्ट को कैसे पहचानें? कल्ट एक ऐसा संगठन या समूह होता है जो अपने सदस्यों की सोच, भावनाओं, और यहाँ तक कि व्यवहार को नियंत्रित करने की कोशिश करता है। कुछ...

Blog-2 ब्रह्मा कुमारीज़ संस्था से निकली हुई संस्थाओ की वास्तविकता

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ब्रह्मा कुमारीज़: भगवान की संस्था या इंसानों का सृजन ? परिचय ब्रह्मा कुमारीज़ संस्था दावा करती है कि इसकी स्थापना और संचालन स्वयं भगवान द्वारा किया जाता है। लेकिन इस दावे पर बारीकी से नज़र डालना कई विसंगतियों और चौंकाने वाली सच्चाइयों को सामने लाता है। इस ब्लॉग में, हम ब्रह्मा कुमारीज़ की उत्पत्ति, विवादास्पद मान्यताओं और इसके विभिन्न गुटों के बीच के विभाजन को उजागर करेंगे। हम इस बात पर विचार करेंगे कि क्या यह संस्था वास्तव में एक ईश्वरीय रचना है या क्या यह मानव महत्वाकांक्षाओं और भ्रमों से भरा पथ है। संस्था का एक संक्षिप्त इतिहास स्थापना: 1936  में, दादा लेखराज (जिन्हें बाद में ब्रह्मा बाबा के नाम से जाना गया)  सिंध हैदराबाद, जो की वर्तमान में,पाकिस्तान देश मे है । वहाँ पर सत्संग शुरू किए, जिसमे आसपास के कई लोग आने लगे और धीरे धीरे इनकी संख्या बढ़ती गई । और उस समय जिसे ओम मंडली के नाम से जाना जाता है। विवाद और नाम परिवर्तन: ओम मंडली संदिग्ध गतिविधियों के चलते स्थानीय समुदाय के विरोध का सामना करती है और उस पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है। नाम बदलकर " प्रजापति ब्रह्मा कुमारीज़...